1. हमारे मन के बंधन क्या-क्या होंगे ?
उत्तर: बुराई, शत्रुता, अहंकार, अन्याय, घृणा, वंचना, स्वार्थ आदि ।
2. इन बंधनों से कैसे मुकित मिलेगी ?
उत्तर: इन अवगुणों को त्यागकर सद्गुणों को पाने से।
3. स्नेह की क्या-क्या विशेषताएँ हैं?
उत्तर: दूसरों की सहायता करना, अच्छी बातें स्वीकार करना, सेवा की ओर प्रेरित करना आदि।
4. ज़िंदगी में हमें क्या-क्या भूलना चहिए?
उत्तर: बुराई, दुश्मनी, अहंकार, घृणा, अन्याय, छल-कपट आदि।
5. आसमान में कौन ज्योति पसारता है?
उत्तर: तारे।
6. तारों का प्रकाश कैसा है?
उत्तर: दुर्बल।
उत्तर: बुराई, शत्रुता, अहंकार, अन्याय, घृणा, वंचना, स्वार्थ आदि ।
2. इन बंधनों से कैसे मुकित मिलेगी ?
उत्तर: इन अवगुणों को त्यागकर सद्गुणों को पाने से।
3. स्नेह की क्या-क्या विशेषताएँ हैं?
उत्तर: दूसरों की सहायता करना, अच्छी बातें स्वीकार करना, सेवा की ओर प्रेरित करना आदि।
4. ज़िंदगी में हमें क्या-क्या भूलना चहिए?
उत्तर: बुराई, दुश्मनी, अहंकार, घृणा, अन्याय, छल-कपट आदि।
5. आसमान में कौन ज्योति पसारता है?
उत्तर: तारे।
6. तारों का प्रकाश कैसा है?
उत्तर: दुर्बल।
No comments:
Post a Comment