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NEWS...വൈദ്യശാസ്ത്രത്തിനുള്ള 2018 ലെ നോബല്‍ സമ്മാനം.| ജയിംസ് അലിസണിനും (അമേരിക്ക) ടസുകു ഹോന്‍ജോയ്ക്കും(ജപ്പാന്‍) കാന്‍സര്‍ ചികിത്സയെ പുതിയ തലത്തിലേക്കുയര്‍ത്തുന്നതാണ് ഇരുവരുടെയും കണ്ടുപിടുത്തം. ...

Thursday, November 7, 2019

ठाकुर का कुआँ എന്ന പാഠത്തിലെ കൂടുതല്‍ ചോദ്യങ്ങളും ഉത്തരങ്ങളും (Class 10)

I. सूचना: निम्नलिखित अंश पढ़ें और अनुबद्ध प्रश्नों के उत्तर लिखें।
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उसने रस्सी का फंदा घड़े में डाला। दाएँ- बाएँ चौकन्नी दृष्टि से देखा जैसे कोई सिपाही रात को शत्रु के किले में सुराख कर रहा हो। अगर इस समय वह पकड़ ली गई, तो फिर उसके लिए माफ़ी या रियायत की रत्ती-भर उम्मीद नहीं।
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1. निम्नलिखित वाक्य में किस शब्द के आधार पर "का' परसर्ग का प्रयोग हुआ है? 
उसने रस्सी का फंदा घडे में डाला।
उत्तर: फँदा।
2. गंगी की सावधानी को प्रकट करनेवाला वाक्य चुनकर लिखें।
उत्तर: दाएँ- बाएँ चौकन्नी दृष्टि से देखा जैसे कोई सिपाही रात को शत्रु के किले में सुराख कर रहा हो।
II.    सूचना: कहानी का अंश पढ़ें और अनुबद्ध प्रश्नों के उत्तर लिखें।
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ठाकुर "कौन है, कौन है?' पुकारते हुए कुएँ की तरफ़ आ रहे थे और गंगी जगत से कूदकर भागी जा रही थी। घर पहूँचकर देखा कि जोखू लोटा मुँह से लगाए वही मैला-गंदा पानी पी रहा है।
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3. "गंगी जगत से कूदकर भागी जा रही थी।'- इसमें "भागी जा रही थी' क्रिया का सीधा संबंध वाक्य के किस शब्द से है?
(जगत, गंगी, कूदकर)
उत्तर: गंगी
III. सूचना: "ठाकुर का कुआँ' कहानी का यह अंश पढ़ें और अनुबद्ध प्रश्नों के उत्तर लिखें।
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गंगी की विद्रोही दिल रिवाज़ी पाबंदियों और मज़बूरियों पर चोटें करने लगा- हम क्यों नीच हैं और ये लोग क्यों ऊँच हैं? ..... चोरी ये करें, जाल फरेब ये करें, झूठे मुकदमे ये करें...... कभी गाँव में आ जाती हूँ, तो रस-भरी आँख से देखने लगते हैं। जैसे सबकी छाती पर साँप लोटने लगता है, परंतु घमंड यह है कि हम ऊँचे हैं।
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1. "हम क्यों नीच हैं और ये लोग क्यों ऊँच हैं?' - यहाँ किस समाजिक समस्या की ओर संकेत है?
(बेकारी, भ्रष्टाचार, जाति-प्रथा)
उत्तर: जाति-प्रथा
2. ऊँच- नीच के भेद-भाव पर आपका विचार क्या है? लिखें।
जाति-प्रथा दुनिया के सबसे बड़ा अभिशाप है। इसके कारण समाज में असामानताएँ उत्पन्न होती हैं।  जाति के नाम पर निम्न वर्ग के लोगों को कई प्रकार की यातनाएँ सहनी पड़ती हैं। निम्न जाति में पैदा
होना किसी का दोष नहीं। ई·ार के समक्ष सब  मानव समान हैं। मानव को मानव के रूप में पहचानना
मानवीयता है। जाति के नाम पर होनेवाले बोल-बालाओं को रोकना अधिकारियों का फ़र्ज है।
सूचना: "ठाकुर का कुआँ' कहानी का यह अंश पढ़ें और प्रश्नों का उत्तर लिखें।
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"ठाकुर लाठी मारेंगे। साहूजी एक के पाँच लेंगे। गरीबों का दर्द कौन समझता है! हम तो मर भी जाते हैं, तो कोई दुआर पर झाँकने नहीं आता''
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◼️ यह किसने किसने कहा?
क) गंगी ने जोखू से
ख) जोखू ने गंगी से
ग) ठाकुर ने साहू से
घ) साहू ने ठाकुर से
उत्तर: जोखू ने गंगी से
◼️ नमूने के अनुसार वाक्य को बदलकर लिखें।
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गंगी चुपके से बैठी।
गंगी को चुपके से बैठना पड़ा
जोखू ज़मीन पर लेटा।
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उत्तर: जोखू को ज़मीन पर लेटना पड़ा।
◼️ सूचकों की सहायता से जोखू के चरित्र की विशेषताओं पर लघु लेख लिखें।
नीची जाति का व्यक्ति
बीमारी से परेशान
पत्नी से प्यार रखनेवाला
उच्च वर्ग से डरनवाला
सामाजिक असमताओं को सहनेवाला
उत्तर: "ठाकुर का कुआँ' कहानी का मुख्य पात्र जोखू अच्छूत और गरीब है। कहानीकार ने निम्न जाति के प्रतिनिधि के रूप में उसका चित्रण किया है। वह उच्च वर्गवालों की अमानवीयता का शिकार है। बीमार से परेशान जोखू पानी पीना चाहता है। पर वह निस्सहाय है। पीने के लिए उसके घर में गन्दा पानी ही है। उसकी पत्नी उसे गन्दा पानी पीने से रोकती है। जब वह ठाकूर के कुएँ से पानी लाने की बात कहता है तो जोखू उसे रोकता है क्योंकि उसे मालूम है कि वहाँ जाने से पानी नहीं मिलता। पर लाठी से मारकर भगाया जाएगी। जोखू अपनी पत्नी से प्यार करनेवाला है। इसलिए वह उसे रोकने का प्रयत्न करता है। जोखू के मन में ऊँची जातिवालों के विरुद्ध विद्रोह की भावना नहीं है, पर वह उनसे डरता है। इसलिए वह भोला आदमी समाज के इस अभिशाप को चुपचाप सहने को तैयार हो जाता है।

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